Friday, October 3, 2008

167 वां दिन - भाग 2

मीडिया पर मीडिया से एक दिलचस्प लेख.

विषय: प्रिंट मीडिया किस तरह हावी हो रहा है इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर।

मैंने देखा है कि प्रिंट मीडिया में इस मुद्दे पर काफ़ी बहस और बातचीत हो रही है। मैं इसे उचित और निष्पक्ष और प्रासंगिक मानता हूँ। और मैं इसकी चर्चा करना आवश्यक समझता हूँ, क्योंकि मैं आज के समाज के लिए इसे महत्वपूर्ण और प्रासंगिक पाता हूँ। हम पर अति का प्रहार हो रहा है और उससे हमें नुकसान हो सकता है। यह स्पष्ट है कि इसमें सुधार की जरूरत है, लेकिन आशंकित रहना भी ज़रुरी है।


अमिताभ बच्चन

http://blogs.bigadda.com/ab/2008/10/02/news-cutting/#more-463

3 comments:

Manoshi Chatterjee मानोशी चटर्जी said...

आपका ये कार्य सराहनीय है, मगर अपनी उर्जा शक्ति को अपनी सृजनात्मकता की ओर भी लगायें। आप के स्वरचित रचनाओं को भी पढ़ने की उत्सुकता रहेगी सभी को।

drdhabhai said...

कभी कभी लगता है कि आप स्वयं ही लिख रहें हैं क्या पर यूं लगता है कि आप ही लिख रहे हैं जैसे कई बातें मन को छू जाती है.और यदि आप हमारे चिट्ठे पर नहीं आये तो हम भी यहां आना बंद कर देंगे

malvika dhar said...

aap aacharya rajneesh ki tarj per gyan ki baat ker rahe hai .yeh theek hai per sanvad bhi hona chahiye.