पूरा दिन बस यूँ ही बीता, पुराने छोटे-मोटे कामों को सम्हालने में ... इसलिए कुछ नया लिख नहीं पाया… पर दिन का एक बड़ा हिस्सा गुज़ार दिया टिप्पणियों का जवाब देने में … जितनों का दे सकता था दे दिया … 157 वें दिन के बाद से। और एक टिप्पणी में दिए गए सुझाव के मुताबिक अब हर टिप्पणी के जवाब में उस व्यक्ति का नाम शामिल किया जाएगा और साथ ही दिन का उल्लेख भी - ताकि आप सबको अपनी अपनी टिप्पणी पर मेरा जवाब ढूंढने में आसानी हो।
उदाहरण के लिए, विभा day157 या d157 और फिर प्रतिक्रिया ..
अब मैं हवाई अड्डे के लिए निकल रहा हूँ, मुंबई की यात्रा के लिए। बाद में और लिखूँगा। हो सकता है प्लेन से ही लिख दूँ और कुछ ताजा फ़ोटो भी भेज दूँ।
.. तब तक के लिए
प्यार और प्यार ..
अमिताभ बच्चन
http://blogs.bigadda.com/ab/2008/09/26/day-159/#more-454
Friday, September 26, 2008
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
1 comment:
ये भी अच्छा है बच्चन जी को हिन्दी में पढने की बड़ी इच्छा थी सो आज पूरी हुई बाकलम ख़ुद उनके हांथो नही तो आपके द्वारा ही सही
वीनस केसरी
Post a Comment